शिवपुरी के हाईवे पर बढ़ा खतरा: दो नेशनल हाईवे पर दिखे तेंदुए, NH46 पर किया नीलगाय का शिकार, अलर्ट जारी
शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व घोषित किए जाने के बाद से तेंदुओं का जंगल से बाहर निकलना बढ़ गया है। जिले के दो अलग-अलग राष्ट्रीय राजमार्गों पर तेंदुओं की मौजूदगी से आसपास के इलाकों में भय का माहौल है। दो जगहों पर तेंदुओं को देखा गया है। सुरवाया पुलिस थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर एक तेंदुआ शिकार की तलाश में हाईवे के किनारे घूमता हुआ कैमरे में कैद हुआ। वहीं, सतनबाड़ा क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग 46 पर दो तेंदुओं को एक नीलगाय का शिकार करते हुए देखा गया, जिसका वीडियो सामने आया है। वन विभाग के अनुसार, माधव नेशनल पार्क में इस समय लगभग 150 तेंदुए हैं। हाल ही में पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला है, जहाँ 7 बाघ सक्रिय रूप से घूम रहे हैं और उन्होंने अपना क्षेत्र बना लिया है। बाघों के क्षेत्र में रहने से बचने की प्रवृत्ति के कारण तेंदुए जंगल से बाहर निकलकर हाईवे और आबादी वाले इलाकों की ओर आ रहे हैं। तेंदुओं की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए सतनबाड़ा थाना पुलिस ने टाइगर रिजर्व से सटे गांवों में सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट जारी किया है। ग्रामीणों को रात में अकेले बाहर न निकलने और खुले में न सोने की हिदायत दी गई है। वन विभाग की टीम हाईवे और आसपास के क्षेत्रों में लगातार निगरानी कर रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। यह उल्लेखनीय है कि जिले में स्थित माधव नेशनल पार्क राज्य का एक महत्वपूर्ण वन्यजीव अभयारण्य है। 354 वर्ग किलोमीटर में फैला यह राष्ट्रीय उद्यान विंध्य और अरावली पर्वतमालाओं के मिलन बिंदु पर स्थित है। वर्ष 1958 में स्थापित इस पार्क को हाल ही में टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला है। माधव नेशनल पार्क में मिश्रित पर्णपाती वन पाए जाते हैं, जिनमें साल, सागौन, खैर और बांस के पेड़ प्रमुख हैं। पार्क में बाघ, तेंदुए, चीतल, सांभर, नीलगाय, चिंकारा और जंगली सूअर सहित विभिन्न प्रकार के वन्यजीव निवास करते हैं। यहाँ 200 से अधिक प्रकार के पक्षी भी पाए जाते हैं।
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