आईटीबीपी हेड कांस्टेबल गौरव सिंह सेंगर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, व्यापारियों ने बंद रखीं दुकानें
शिवपुरी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 57वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल गौरव सिंह सेंगर का अंतिम संस्कार गुरुवार को उनके गृह नगर शिवपुरी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। गौरव का सोमवार रात अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में निधन हो गया था। 37 वर्षीय गौरव की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
आईटीबीपी अधिकारियों के अनुसार, गौरव सिंह सेंगर ने 28 अप्रैल को स्वास्थ्य संबंधी शिकायत की थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार रात 12:45 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। मृत्यु के कारण की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से होगी। बल ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश जारी कर दिए हैं।
बुधवार देर रात गौरव का पार्थिव शरीर शिवपुरी पहुंचा। गुरुवार सुबह माधव विहार कॉलोनी स्थित आवास से अंतिम यात्रा प्रारंभ हुई, जो पोहरी चौराहा, अग्रसेन चौराहा, कोर्ट रोड, माधव चौक, गुरुद्वारा और झांसी तिराहा होते हुए मुक्तिधाम पहुंची। इस दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों में व्यापारियों ने दुकानों को बंद रखकर पुष्पांजलि अर्पित की। बैंक कर्मचारियों ने भी कार्यालयों से बाहर आकर श्रद्धांजलि दी।
मुक्तिधाम में आईटीबीपी के डीआईजी महेश कलावत और अन्य अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पुलिस प्रशासन की ओर से एएसपी संजीव मुले, एसडीएम उमेश कौरव, भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद शहीद के छोटे भाई सौरभ सेंगर ने मुखाग्नि दी।
डीआईजी महेश कलावत ने गौरव को एक निष्ठावान और विशेषज्ञ प्रशिक्षक बताया। उन्होंने कहा कि गौरव ड्रिल और हथियारों के प्रशिक्षण में दक्ष थे और उन्होंने सैकड़ों जवानों को प्रशिक्षित किया था। उनकी सेवाओं को देखते हुए उन्हें विजिलेंस डिपार्टमेंट में भी नियुक्त किया गया था। भाजपा जिलाध्यक्ष जसवंत जाटव ने कहा कि गौरव का बलिदान जिले के लिए गर्व की बात है।
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